Rupee against Dollar: शुक्रवार, 22 मार्च को डॉलर के मुकाबले रूपए की कीमत में भारी गिरावट आई है. रुपए की कीमत में इस ऐतिहासिक गिरावट से रूपया अपने ऑल टाइम लो पर पहुंच गया. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 35 पैसे लुढ़ककर 83.48 रुपए पर आ गया. वहीं इससे पहले रूपया का निम्नतम स्तर 83.40 था, जो 13 दिसंबर 2023 को छुआ था. वहीं, इस बीच कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि रुपए की कीमत गिरने से आम जनता की जेब पर कितना नुकसान होने वाला है.
क्या बोली कांग्रेस?
देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर बताया कि रुपए के कमजोर होने से (Rupee against Dollar) जनता की जेब पर कैसे असर पड़ता है. पार्टी ने कहा कि रुपया कमजोर होने का मतलब है आयात की लागत बढ़ना. जैसे – कोई सामान विदेश से 1 डॉलर में आता है तो सितंबर 2021 में हमें 73 रुपए चुकाने होते थे. वहीं, अब इसी सामान के करीब 84 रुपए चुकाने होंगे, पूरे 11 रुपए ज्यादा. जब कोई सामान विदेश से 11 रुपए ज्यादा कीमत पर देश में आएगा तो लोगों को भी महंगे दाम पर मिलेगा.
आगे उदाहरण देते हुए कांग्रेस ने कहा कि जैसे भारत 80% कच्चा तेल आयात करता है, अब यह महंगे दाम पर भारत आएगा. तेल महंगा होगा तो महंगाई बढ़ेगी, क्योंकि माल ढुलाई की लागत बढ़ जाएगी. इसकी वजह से चीजें महंगी होंगी.
यह देश के कमजोर होने की निशानी
कांग्रेस ने रुपए का कमजोर होना देश के कमजोर होने की निशानी बताई. पार्टी ने कहा कि जब महंगाई बढ़ेगी तो RBI इसे काबू करने के लिए ब्याज दर बढ़ाएगी. ऐसे में लोन की EMI बढ़ जाएगी और लोगों को ज्यादा रकम चुकानी होगी. विदेश में पढ़ाई करना, घूमना, रहना-खाना सब महंगा होगा. यानी रुपए का कमजोर होने से आपकी जेब पर सीधा असर होगा. रुपए का कमजोर होना देश के कमजोर होने की निशानी है.
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