Rahul Gandhi: राहुल गांधी अपनी “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” के दौरान देश के युवाओं से मिले और उनकी समस्याओं को करीब से जाना. हर जगह एक ही बात निकलकर सामने आई कि युवाओं की सबसे बड़ी समस्या आज बेरोजगारी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने युवाओं के इस मुद्दे को उठाया. अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने सार्वजनिक मंचों से हमेशा युवाओं के साथ हो रहे अन्याय पर बात की.
पीएम मोदी ने किए थे कई बड़े वादे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने से पहले देश से बड़े-बड़े वादे किए थे. पीएम मोदी ने किसानों, नौजवानो, महिलाओं और युवाओं, सभी को समृद्ध और खुशहाल बनाने का वादा किया था. 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि हमारी सरकार हर साल देश में 2 करोड़ युवाओं को रोजगार मुहैया कराएगी. ऐसे में मोदी सरकार का दूसरा कार्यकाल भी खत्म होने के कगार पर है. उनके वादों के हिसाब से देखा जाए तो, अब तक करीब 20 करोड़ युवाओं को रोजगार मिल जाना चाहिए था. लेकिन आज देश के युवाओं के हालात किसी से छुपे नहीं हैं. युवा बेरोजगारी के कारण हताश और निराश हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर दिन 40 युवा आत्महत्या करने को मजबूर हैं. आंकड़ों की बात करें, तो साल 2022 में आर्थिक तंगी के कारण 7 हजार लोगों ने आत्महत्या कर ली. किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं. महंगाई चरम पर है.
देश के सबसे बड़ा राज्य कहा जाना वाला उत्तर प्रदेश की बात करें तो हाल ही में बड़े स्तर पर युवाओं के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि मोदी सरकार की नौकरी की गारंटी का वादा सिर्फ और सिर्फ चुनावी जुमला था.
राहुल गांधी ने उठाई यूपी के युवाओं की आवाज
बता दें कि उत्तर प्रदेश में हाल ही में RO/ARO का पेपरलीक हुआ और पुलिस कांस्टेबल भर्ती के पेपर भी खुलेआम बिके. हालांकि उत्तर प्रदेश पेपर लीक होना कोई नई बात नहीं है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, 2017 से लेकर अभी तक कुल 8 बार परीक्षा से पहले पेपर लीक हो चुका है. लेकिन इस बार योगी सरकार को बैकफुट पर जाना पड़ा. ऐसा इसलिए क्योंकि जब उत्तर प्रदेश में अभ्यर्थी सड़कों पर पेपर लीक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, तब राहुल गांधी की यात्रा यूपी से गुजर रही थी. इस दौरान राहुल गांधी ने युवाओं की आवाज को प्रमुखता से उठाया.
युवाओं ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से अपनी आपबीती सुनाई. युवाओं की इन समस्याओं पर राहुल गांधी ने उनसे वादा किया कि वो उन्हें न्याय दिलाएंगे. जिसके बाद कांग्रेस ने लगातार विरोध जताया और अभ्यर्थियों की मांग को बीजेपी सरकार के सामने रखा. कांग्रेस पार्टी और युवाओं की ताकत के आगे आखिरकार बीजेपी सरकार ने घुटने टेक दिए और पुलिस भर्ती परीक्षा दोबारा कराने की घोषणा की. साथ ही RO/ARO पेपरलीक मामले में भी जांच कराने का आदेश जारी किए.
बार-बार यूपी में होता है पेपर लीक
कैसे यूपी में बार-बार पेपर लीक हो जाते हैं और अभ्यर्थियों की सालों की मेहनत पानी में चली जाती है, ये सभी के लिए एक पहेली बनी हुई है. बीजेपी सरकार अपनी जवाबदेही से बचती रहती है. युवा जब नौकरी के लिए प्रदर्शन करते हैं तो उनपर पुलिस की लाठियां बरसाई जाती हैं और उन्हें प्रताड़ित किया जाता है.
2017 से UP में अब तक इतने परीक्षा पेपर हुए लीक
- 2017- दरोग़ा भर्ती परीक्षा
- 2018- UPSSSC लोअर सबॉर्डिनेट, UPSSSC ट्यूबवेल ऑपरेटर, ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षाएँ
- 2019- UPTET
- 2020- यूपी बोर्ड परीक्षा (अंग्रेज़ी प्रश्नपत्र)
- 2021- UPTET, B.Ed. संयुक्त प्रवेश परीक्षा, NEET- UG Exam, UPSSSC PET, फ़ॉरेस्ट गार्ड परीक्षाएँ
- 2022- यूपी बोर्ड परीक्षा (अंग्रेज़ी प्रश्नपत्र)
- 2023- समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO)
- 2024- उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा (17 और 18 फ़रवरी- द्वितीय पाली)