Himachal: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में ध्वनि मत से बजट पास हो गया है, सदन में विपक्ष का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था. इसी के साथ हिमाचल प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि झारखंड के बाद हिमाचल में भी ऑपरेशन लोटस फेल हो गया.
हालांकि सुक्खू सरकार से इस्तीफ़े की पेशकश करने वाले मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर असमंजस बरकरार है. एक तरफ़ विक्रमादित्य ने कहा कि वो ‘स्थिर सरकार के लिए काम करते रहेंगे’ तो दूसरी तरफ़ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस्तीफ़ा स्वीकार करने का कोई कारण नहीं है.
क्रमादित्य से मेरी बात हुई: सीएम सुक्खू
सीएम सुक्खू ने कहा कि विक्रमादित्य से मेरी बात हुई है, उनका कुछ कारण था. वो हमारे छोटे भाई हैं. हम उनसे बात करेंगे. उनका इस्तीफ़ा स्वीकार करने का कोई औचित्य ही नहीं है. उनका इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया गया है. कुछ नाराज़गी है उसे हम दूर करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के ख़िलाफ़ अयोग्य करार देने का प्रस्ताव लाया जाएगा. इस पर आज चार बजे सुनवाई होगी. इससे पहले सीएम सुक्खू ने कहा था कि छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है.
बीजेपी जाने पर बोले विक्रमादित्य
इस बीच विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सरकार की स्थिरता बहुत ज़रूरी है और उसके लिए हम सब मिलकर काम कर रहे हैं. आज ये चीज़ हुई है और आगे और बेहतर करने का प्रयास करेंगे. उनसे जब पत्रकारों ने पूछा कि इस्तीफ़े की पेशकश करने के बाद क्या वो बीजेपी में शामिल होने की सोच रह हैं?,उन्होंने कहा कि नहीं, अभी तो ऐसा कुछ नहीं है.